20 संकट के समय के बाइबल वचन – Bible Verses for Times of Crisis Hindi

संकट का समय हम सभी के जीवन में आता है। ऐसे समय में हमारा मन टूट सकता है, और हम हिम्मत हार सकते हैं।

लेकिन बाइबल हमें सिखाती है कि परमेश्वर हमारे साथ हैं और हमें शक्ति, शांति और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। बाइबल के वचन हमें कठिन समय में सहारा देते हैं और विश्वास बनाए रखने में मदद करते हैं।

इस लेख में हमने उन वचनों को साझा किया है जो संकट के समय आपको प्रेरणा और शक्ति देंगे।

संकट के समय बाइबल के कुछ वचन ये रहे

यूहन्ना 3:16
क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।

भजन संहिता 23:1
यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कोई घटी न होगी।

यशायाह 41:10
मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ; विस्मित न हो, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ। मैं तुझे दृढ़ करूँगा और तेरी सहायता करूँगा।

फिलिप्पियों 4:13
मैं सब कुछ कर सकता हूँ उस मसीह के द्वारा जो मुझे सामर्थ देता है।

रोमियों 8:28
और हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उनके लिए सब कुछ मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करता है।

मत्ती 11:28
हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूँगा।

यशायाह 40:31
परन्तु जो यहोवा पर आशा करते हैं, वे नए बल को प्राप्त करेंगे; वे उकाबों के समान पंख फैलाकर उड़ेंगे।

भजन संहिता 46:1
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक।

भजन संहिता 55:22
अपना भार यहोवा पर डाल दे, और वह तुझे सम्भालेगा।

रोमियों 12:12
आशा में आनन्दित रहो, क्लेश में स्थिर रहो, प्रार्थना में नित्य लगे रहो।

यशायाह 26:3
जिस मनुष्य का मन तुझ पर स्थिर रहता है, उसे तू पूर्ण शांति में रखेगा, क्योंकि वह तुझ पर भरोसा करता है।

2 तीमुथियुस 1:7
क्योंकि परमेश्वर ने हमें डर की आत्मा नहीं दी, परन्तु सामर्थ, प्रेम और संयम की आत्मा दी है।

नीतिवचन 3:5-6
तू पूरे मन से यहोवा पर भरोसा रख और अपनी समझ पर निर्भर न रह। उसको अपने सब कामों में स्मरण कर, और वह तेरे मार्गों को सीधा करेगा।

1 पतरस 5:7
अपने सब चिंताएँ उसी पर डाल दो, क्योंकि वह तुम्हारा ध्यान रखता है।

यूहन्ना 14:27
मैं तुम्हें शांति देता हूँ, अपनी शांति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है वैसी नहीं।

इब्रानियों 13:5
मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा और न कभी त्यागूँगा।

यहोशू 1:9
क्या मैंने तुझे आज्ञा नहीं दी? हिम्मत रख और दृढ़ हो।

भजन संहिता 34:17
धर्मी लोग पुकारते हैं और यहोवा सुनता है, और उन्हें उनके सब संकटों से छुड़ाता है।

फिलिप्पियों 4:6-7
किसी भी बात की चिन्ता मत करो; परन्तु हर बात में प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ अपनी माँग परमेश्वर के सम्मुख रखो।

मत्ती 6:34
इसलिए, कल की चिन्ता मत करो; कल की चिन्ता कल ही करेगी। हर दिन की बुराई उसी दिन के लिए पर्याप्त है।

अंतिम शब्द

संकट के समय में बाइबल के वचन हमें यह भरोसा दिलाते हैं कि हम अकेले नहीं हैं। परमेश्वर हर परिस्थिति में हमारे साथ हैं और हमें सही रास्ता दिखाते हैं।

इन वचनों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और हर चुनौती का सामना विश्वास और धैर्य के साथ करें। कठिन समय आएंगे, लेकिन परमेश्वर का प्रेम और सहायता हमेशा स्थिर रहती है।

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